एखन धरि प्रकाशित :-
रचनाकार : अनमोल झा
रचना : लघुकथा - हरिश्चंद्र, समाज, प्रेम,
रचनाकार : मनीष झा "बौआभाई"
रचना : कविता - फहराइए पताका, छी मानव अलबत्ते हम, श्रद्धांजलि
रचनाकार : किशन कारीगर
रचना : कविता - किडनी चोर, हमरो जीबय दिअय, नवकनियाँ
रचनाकार : मदन कुमार ठाकुर
रचना : कविता - की हमहूँ रहबै बेरोजगार ?, बहुत महत्व अछि
रचनाकार : कुसुम ठाकुर
रचना : आलेख - राजनीति ओ मिथिला-मैथिली (साभार: हेलो मिथिला)
रचनाकार : आशीष अनचिन्हार
रचना : पद्य- प्रेमक पांति, हे हमर प्रेयसी, संसार लगाइए श्मसान सन, मिलनक बेर मे, देखब एक दिन
रचनाकार : गजेन्द्र ठाकुर
रचना : आलेख- माटि छोडि किए पड़ाएल मैथिल ?
रचनाकार: सुशांत झा
रचना : आलेख- मैथिली, मैथिल संस्कृति आ मिथिला राज्य (साभार : ई-समाद)
रचनाकार: हितेंद्र कुमार गुप्त
रचना : आलेख- तखन के' संग देत नक्सलीक?
रचनाकार : मिथिलेश कुमार झा
रचना : कविता - माए!
रचनाकार : नवेन्दु कुमार झा
रचना : रिपोर्ट - मिथिला संस्कृतिक सम्मानक लेल प्रारंभ भेल प्रयास
रचनाकार : नवीन कुमार 'आशा'
रचना : कविता- बैसल-बैसल सोची मन मे
रचनाकार : चंदन कुमार झा
रचना : कविता- दीप
एकर संगहि मैथिलिक हलचल -मिथिला हालचाल स्तम्भ मे मैथिली-मिथिला सं जुडल समाद जेएम ब्यूरो नामे प्रकाशित भ' रहल अछि ओ कने हंसियौ ने स्तम्भ मे रूसलचंद बिहुंसल नामे चुटकुला प्रकाशित होइत अछि.